बिलासपुर

फर्जीवाड़े का खुलासा: रेलवे भर्ती में एक ही व्यक्ति ने चार नामों से दी परीक्षा…बिलासपुर में चढ़ा हत्थे,

बिलासपुर – रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) बिलासपुर द्वारा आयोजित दस्तावेज़ सत्यापन के दौरान एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। आरआरबी बिलासपुर में कार्यालय अधीक्षक पद पर पदस्थ योगेन्द्र कोयल ने थाना तोरवा में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें एक ही व्यक्ति द्वारा अलग-अलग नाम और रोल नंबर के साथ चार बार परीक्षा देने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) और 319(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी ने सुमीत कुमार के नाम से दिनांक 20 मई 2025 को बिलासपुर में दस्तावेज़ सत्यापन के लिए उपस्थिति दर्ज कराई थी। जांच के दौरान संदेह होने पर जब उसके दस्तावेज़ों की गहन पड़ताल की गई, तो पता चला कि वह व्यक्ति चार बार, चार अलग-अलग नामों और रोल नंबरों के साथ कंप्यूटर आधारित परीक्षा में सम्मिलित हो चुका है। ये परीक्षाएं दिसंबर 2024 में पटना (बिहार) स्थित विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थीं।

चारों नाम इस प्रकार हैं:

1. शुभम कुमार (28 दिसंबर 2024, आरआरबी सिकंदराबाद)

2. सुमीत कुमार (26 दिसंबर 2024, आरआरबी बिलासपुर)

3. शुभम कुमार (20 दिसंबर 2024, आरआरबी चेन्नई)

4. अवनीश कुमार (29 दिसंबर 2024, आरआरबी अहमदाबाद)

चारों मामलों में व्यक्ति की तस्वीरें अलग थीं, लेकिन परीक्षा केंद्र पर लिए गए बायोमैट्रिक डेटा और लाइव फ़ोटोज़ से पुष्टि हुई कि यह एक ही व्यक्ति था। रेलवे भर्ती बोर्ड बिलासपुर ने इसे गंभीर कदाचार मानते हुए तुरन्त पुलिस को सूचित किया। आरोपी को मौके पर ही पकड़ा गया और थाना तोरवा में प्राथमिकी दर्ज की गई। इस पूरे मामले में आरोपी का नाम राजेश कुमार उर्फ अवनीश कुमार यादव बताया गया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी ने भर्ती प्रक्रिया को धोखा देने के उद्देश्य से यह कृत्य किया। फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इसमें किसी गिरोह की संलिप्तता तो नहीं है। रेलवे बोर्ड ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा प्रक्रियाओं को और कठोर बनाने के संकेत दिए हैं।

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