मस्तूरी

राशी स्टील एंड पावर प्लांट में विधवा महिला के साथ अन्याय…बेबस पीड़िता ने न्याय की लगाई गुहार, अनशन और आत्मदाह की दी चेतावनी,

बिलासपुर,- जिले के मस्तूरी तहसील अंतर्गत ग्राम पाराघाट निवासी आरती यादव ने राशी स्टील पावर लिमिटेड कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है। पीड़िता ने कलेक्टर कार्यालय को एक लिखित शिकायत सौंपते हुए बताया कि कंपनी ने उन्हें बिना कारण बताए और बिना किसी लिखित नोटिस के नौकरी से निकाल दिया, जिससे वे मानसिक और आर्थिक रूप से बेहद परेशान हैं। आरती यादव के अनुसार, उनके पति प्रकाश कुमार यादव वर्ष 2013 से 2022 तक उक्त स्टील कंपनी में कार्यरत थे और काम के दौरान बीमार पड़ने के कारण 21 अगस्त 2022 को उनका निधन हो गया। पति की मृत्यु के बाद, सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत कंपनी ने उन्हें 20 सितम्बर 2022 को नौकरी पर रखा। शुरू में उन्हें ऑफिस कार्य के लिए रखा गया, लेकिन जल्द ही बिना किसी सूचना या आदेश के स्टोर विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उनसे दुर्व्यवहार किया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी के एच.आर. अधिकारी प्रियंका सिंह और कीर्ति मिश्रा ने उनसे जबरदस्ती किसी कागज पर हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की और काम पर बुलाने के नाम पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इतना ही नहीं, पीड़िता के अनुसार, कंपनी के मालिक रोहित अग्रवाल द्वारा भी उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया और उनके पहनावे को लेकर टिप्पणी की गई।पीड़िता ने कहा कि एक विधवा होने के नाते उनके साथ छुआछूत जैसा व्यवहार किया गया। उन्हें ऑफिस में अलग-थलग कर दिया गया और आखिरकार मोबाइल पर मात्र एक संदेश भेजकर नौकरी से निकाल दिया गया।अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि उनके ऊपर एक छोटे बच्चे की जिम्मेदारी है और परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है। नौकरी छूटने के बाद उनका जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें पुनः उसी कंपनी में नौकरी दिलाई जाए, जिससे वह अपना और अपने बच्चे का भरण-पोषण कर सकें।पीड़िता ने अपनी बेबसी जाहिर करते हुए चेतावनी दी है कि यदि उन्हें जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे कलेक्टर कार्यालय के सामने अनशन या आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगी। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।

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