रतनपुर

14 दिनों तक जारी तलाश का दुःखद अंत…लापता चिन्मय की मिली लाश, हुई थी हत्या…

रतनपुर – थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भरारी में एक हृदय विदारक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। सरस्वती शिशुमंदिर, रतनपुर में कक्षा आठवीं में अध्ययनरत 13 वर्षीय छात्र चिन्मय सूर्यवंशी पिता संजय सूर्यवंशी की हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में सामने आया है कि लूट की नीयत से इस वारदात को अंजाम दिया गया और शव को छुपाने के लिए पुरानी स्कूल बिल्डिंग में फेंक दिया गया। घटना 31 जुलाई की शाम की है, जब चिन्मय करीब 5 बजे अपने घर से मोबाइल लेकर दोस्तों के साथ निकला था। देर रात तक उसके वापस न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की और इसकी सूचना पुलिस को दी। परिजनों और पुलिस की टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। आज इस मामले में पुलिस को तब अहम सफलता मिली जब चिन्मय के मोबाइल में किसी ने दूसरा सिम डालकर उसे चालू किया।

मोबाइल के सक्रिय होने की जानकारी तकनीकी टीम को मिली और लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस ने आरोपी तक पहुंच बनाई। इस दौरान पुलिस ने ग्राम भरारी निवासी 19 वर्षीय छत्रपाल सूर्यवंशी को हिरासत में लिया। पूछताछ में छत्रपाल ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह और उसके साथियों ने मोबाइल लूटने की योजना बनाई थी। इसी दौरान चिन्मय उनके हाथ लग गया। मोबाइल लूटने के दौरान उन्होंने चिन्मय की हत्या कर दी, ताकि घटना का राज न खुल सके। हत्या के बाद शव को भरारी स्कूल की एक पुरानी और बंद पड़ी बिल्डिंग की खिड़की से अंदर फेंक दिया गया, जिससे किसी को शक न हो। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एफएसएल टीम को बुलाया और वैज्ञानिक तरीके से जांच कराई।

शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में चार संदेहियों को हिरासत में लिया है और उनसे कड़ी पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि विस्तृत जांच के बाद पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठेगा और यह साफ हो जाएगा कि हत्या में किन-किन लोगों की सीधी भूमिका थी। इस निर्मम हत्या की खबर फैलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। ग्राम भरारी और आसपास के इलाकों में मातम का माहौल है। 13 वर्षीय मासूम की इस तरह हुई बेरहमी से हत्या ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। लोग घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चिन्मय की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होते ही टीम ने विभिन्न पहलुओं पर जांच शुरू कर दी थी। तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना के आधार पर आखिरकार आरोपी तक पहुंच बनाई गई। पुलिस अब हत्या में इस्तेमाल तरीके, समय और अन्य परिस्थितियों की बारीकी से जांच कर रही है। घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि मोबाइल जैसी वस्तु की लालच में लोग किस हद तक अमानवीयता पर उतर आते हैं। फिलहाल, पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द ही कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।चिन्मय की असमय मौत से उसका परिवार पूरी तरह टूट चुका है। पिता संजय सूर्यवंशी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग भी परिवार को ढांढस बंधाने में लगे हैं, लेकिन मासूम की यादें सभी को भावुक कर रही हैं। यह घटना आने वाले समय में क्षेत्र के लिए एक दर्दनाक याद बनकर रह जाएगी।

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