मस्तुरी: 23 धान खरीदी केंद्रों में 10 करोड़ से अधिक का मिला शार्टेज….कईयों की लग गई नैय्या पार! अब समितियों पर लटकी तलवार
प्रयाग सिंह
बिलासपुर – जिले के मस्तूरी विकासखंड अंतर्गत आने वाले 23 धान खरीदी केंद्रों में 10 करोड़ 26 लाख 74170 रुपए के धान का शार्टेज जांच में पाया गया है, जिसकी रिकवरी अब विभाग के लिए सिर दर्द बन चुकी है, मामले में इन 23 धान खरीदी केंद्रों में से एक गोंडाडीह सोसायटी के धान खरीदी प्रभारी और ऑपरेटर के खिलाफ़ में एफआईआर दर्ज कराने आदेश जारी कर दिए गए है, लेकिन इस कार्रवाई से क्या करोड़ो के इस शार्टेज की पूर्ति की जा सकती है बड़ा सवाल है। मिली जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी वर्ष 2023-24 में बड़ी मात्रा में धान की खरीदी जिले में हुई है, जिसमें केवल एक विकासखंड क्षेत्र मस्तूरी की बात करें तो विभाग को 23 धान खरीदी केंद्रों में 10 करोड़ 26 लाख रुपए से अधिक का शार्टेज मिला है, जिसे गड़बड़ी और लापरवाही मानते हुए विभाग ने अब रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की है और एक धान खरीदी केंद्र गोंडाडीह के खरीदी प्रभारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ 1 करोड़ 53 लाख रुपए के धान की अनियमितता पर एफआईआर दर्ज कराने संबंधित बैंक को आदेश जारी किया गया है। इसी प्रकार क्षेत्र के 22 अन्य धान खरीदी केंद्रों में मिले शार्टेज को मिला कर कुल 10 करोड़ 26 लाख 74170 रुपयों की गड़बड़ी सामने आई है, जिसकी रिकवरी की जानी है।
इन धान खरीदी केंद्रों में मिली शार्टेज-
1 सेवा सहकारी समिति गोड़ाडीह – 1 करोड़ 53 लाख (रुपयों में)
2 सेवा सहकारी समिति भरारी – 76 लाख 63 हजार
3 सेवा सहकारी समिति गतौरा- 94 लाख 29 हजार
4 सेवा सहकारी समिति वेदपरसदा – 46 लाख 55 हजार
5 सेवा सहकारी समिति टिकारी – 73 लाख 54 हजार
6 सेवा सहकारी समिति एरमसाही – 70 लाख 61 हजार
7 सेवा सहकारी समिति सीपत – 56 लाख 96 हजार
8 सेवा सहकारी समिति ओखर – 62 लाख 68 हजार
9 सेवा सहकारी समिति मल्हार – 53 लाख
10 सेवा सहकारी समिति मस्तूरी – 50 लाख 35 हजार
11 सेवा सहकारी समिति जैतपुर – 34 लाख 32 हजार
12 सेवा सहकारी समिति जैतपुरी – 41 लाख 15 हजार
13 सेवा सहकारी समिति मस्तूरी रिस्दा- 46 लाख
14 सेवा सहकारी समिति पौड़ी – 28 लाख 39 हजार
15 सेवा सहकारी समिति सोठी – 23 लाख 58 हजार
16 सेवा सहकारी समिति मानिकचौरी – 24 लाख 33 हजार
17 सेवा सहकारी समिति चिल्हाटी- 21 लाख 46 हजार
18 सेवा सहकारी समिति धनिया खम्हरिया – 19 लाख 65 हजार
19 सेवा सहकारी समिति जयरामनगर – 15 लाख 20 हजार
20 सेवा सहकारी समिति विद्याडीह- 14 लाख 93 हजार
21 सेवा सहकारी समिति भटचौरा – 12 लाख 41 हजार
22 सेवा सहकारी समिति नरगोड़ा – 9 लाख 81 हजार
23 सेवा सहकारी समिति बहतरा – 7 लाख 71 हजार
रिकवरी के लिए दिया गया अल्टीमेटम…
मामले में जिला उप पंजीयक मंजुलता पांडेय ने बताया कि जहाँ जहाँ धान की शॉर्टेज जांच में मिली है, उसके रिकवरी के प्रयास किये जा रहे है, जिसमें एक धान खरीदी केंद्र प्रभारी और ऑपरेटर पर एफआईआर के निर्देश दिए गए है, वही अन्य को भी 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
धान खरीदी के बाद उठाव बनी समस्या…
मामले में जब धान खरीदी केंद्रों से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि धान का उठाव यानी परिदान समय पर न होना मुख्य वजह रही, शार्टेज को लेकर पूर्व में ही सभी के द्वारा शासन प्रशासन को अवगत कराया गया था और समय पर धान का उठाव कराने मांग की गई थी लेकिन समय पर उठाव न होने से यह समस्या खड़ी हुई है।