नगर पंचायत मल्हार अध्यक्ष और पार्षदों ने पेश की मिसाल….मेला परिसर की सफाई के लिए खुद उतरे मैदान में,

मल्हार – महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर नगर पंचायत मल्हार में 15 दिवसीय मेले की शुरुआत हो चुकी है। इस आयोजन में नगरवासियों और बाहर से आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में नगर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना एक बड़ी चुनौती है। इसी जिम्मेदारी को समझते हुए नगर पंचायत की अध्यक्ष धनेश्वरी धनेश्वर केवर्त ने अपने पार्षदों और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जब उन्होंने मेले के परिसर से लगी नालियों में गंदा पानी जमा देखा, तो बिना किसी झिझक के वे खुद मैदान में उतर गईं और सफाई कार्य में जुट गईं।
उनके साथ पार्षद आशुतोष वर्मा, सुशील राजा चौबे, कमलेश सिंह, आशुतोष वर्मा, मनराखन केवर्त, पूर्व पार्षद शमशेर सिंह,रवि कैवर्त पुर्व मंडल महामंत्री राजकुमार वर्मा, धर्मेन्द्र सिंह राकेश सिंह, अजित सिंह जय प्रकाश पंकज साहू और नगर पंचायत के सीएमओ मनीष सिंह सहित कई कर्मचारी भी सफाई अभियान में शामिल हो गए। सभी ने घंटों मेहनत कर नालियों की सफाई की, जिससे सड़क पर जलभराव की समस्या से राहत मिली और श्रद्धालुओं को सुगमता से आना-जाना संभव हुआ।
नेतृत्व की नई परिभाषा:
अध्यक्ष धनेश्वरी केवर्त और उनके साथियों की यह पहल नगरवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई। आमतौर पर सफाई व्यवस्था के लिए कर्मचारियों पर निर्भर रहने वाले प्रशासनिक अधिकारी जब खुद मैदान में उतरकर सफाई करते हैं, तो इससे जनता को भी स्वच्छता के प्रति जागरूकता मिलती है। नगर पंचायत के इस प्रयास से न केवल मेला परिसर स्वच्छ हुआ, बल्कि लोगों के मन में अपने जनप्रतिनिधियों के प्रति सम्मान भी बढ़ गया।
नगरवासियों ने इस अनुकरणीय कदम की जमकर सराहना की। स्थानीय निवासी अवधेश देवांगन ने कहा, “हमने पहली बार ऐसा देखा है कि हमारे जनप्रतिनिधि खुद नाली में उतरकर सफाई कर रहे हैं। यह सच में एक बड़ी बात है। इससे हमें भी सीख मिली है कि अपने आसपास की सफाई की जिम्मेदारी सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि हम सभी की है।”
स्वच्छता अभियान को मिला बल:
इस पहल से पूरे नगर में स्वच्छता के प्रति एक नई जागरूकता की लहर दौड़ गई। लोगों ने न केवल सफाई अभियान में सहयोग देने का निर्णय लिया, बल्कि कई स्थानीय युवाओं ने भी स्वयंसेवी बनकर मेला क्षेत्र की सफाई में हाथ बंटाया। नगर पंचायत के सीएमओ मनीष सिंह ने कहा, “अध्यक्ष महोदया और पार्षदों के इस कदम ने हमें भी नई ऊर्जा दी है। हम नियमित रूप से सफाई अभियान चलाएंगे ताकि मल्हार को एक स्वच्छ और आदर्श नगर बनाया जा सके।”
सेवा का सच्चा भाव:
अध्यक्ष धनेश्वरी केवर्त ने सफाई अभियान के बाद कहा, “हम सिर्फ चुनाव जीतने के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा के लिए चुने गए हैं। जब तक हमारा नगर साफ-सुथरा नहीं होगा, तब तक यहां आने वाले श्रद्धालुओं और नगरवासियों को असुविधा होती रहेगी। इसलिए यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम खुद सफाई करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।” उन्होंने आगे कहा कि यह अभियान सिर्फ एक दिन का नहीं है। नगर पंचायत हर सप्ताह सफाई अभियान चलाएगी और लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करेगी। साथ ही, नालियों की नियमित सफाई, कचरा निस्तारण और सड़क किनारे कचरा पात्र लगाने जैसे कदम भी उठाए जाएंगे।
जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया:
नगरवासियों ने अपने जनप्रतिनिधियों के इस प्रयास की सोशल मीडिया पर भी खूब तारीफ की। कई लोगों ने तस्वीरें और वीडियो साझा किए, जिनमें अध्यक्ष और पार्षद नाली में उतरकर सफाई करते नजर आ रहे हैं। यह दृश्य लोगों के दिलों को छू गया और पूरे क्षेत्र में सकारात्मक संदेश फैल गया। स्थानीय दुकानदार सनत वर्मा, राजेश पांडेय ने कहा, “हमारे नेता जब खुद सफाई करने निकलते हैं, तो यह दिखाता है कि वे सच में हमारे लिए काम करना चाहते हैं। इससे हमें भी सफाई के प्रति जिम्मेदार बनने की प्रेरणा मिलती है।”
समर्पित नेतृत्व की झलक:
नगर पंचायत मल्हार के इस कदम से यह साबित हो गया है कि जब नेता खुद आगे बढ़कर काम करते हैं, तो बदलाव अवश्य आता है। महाशिवरात्रि मेले के दौरान नगर पंचायत ने जिस तरह से सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी, उससे यह उम्मीद जगती है कि आने वाले दिनों में मल्हार एक स्वच्छ, सुंदर और आदर्श नगर बनकर उभरेगा। इस तरह की घटनाएं न केवल अन्य नगर पंचायतों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकती हैं, बल्कि स्वच्छ भारत अभियान को भी नई ऊर्जा और दिशा दे सकती हैं।”जहां चाह, वहां राह” मल्हार नगर पंचायत की अध्यक्ष और पार्षदों ने इसे सच कर दिखाया है।”