इंस्टाग्राम पर नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म… पुलिस ने 24 घंटे में आरोपी को दबोचा,

रायगढ़ – सोशल मीडिया के ज़रिए नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने वाले एक आरोपी को महिला थाना रायगढ़ की तत्परता से महज 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस गंभीर मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर भरोसा दिलाया है कि महिला सुरक्षा को लेकर प्रशासन सजग है। पीड़िता ने 17 मई को महिला थाना रायगढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि उसने इंस्टाग्राम पर एक नौकरी का विज्ञापन देखा था। जब उसने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क किया, तो कॉल करने वाले युवक ने अपना नाम राहुल साहू, निवासी अडभार बताया और खुद को एक औद्योगिक प्लांट का कर्मचारी बताया। उसने महिला को नौकरी दिलाने का आश्वासन देकर रायगढ़ बुलाया। झांसे में आकर महिला 17 मई को रायपुर से रायगढ़ पहुंची। वहां कथित राहुल उसे रेलवे स्टेशन से मोटरसाइकिल पर बैठाकर पूंजीपथरा स्थित एक प्लांट की ओर ले गया। वहां उसने कहा कि आज प्लांट में हाफ डे है, इसलिए काम नहीं हो पाया। उसने महिला को ‘बड़े साहब’ से मिलवाने के बहाने सरायपाली के जंगल की ओर ले गया और वहां सुनसान जगह पर डरा-धमका कर दुष्कर्म किया। साथ ही, घटना किसी को बताने पर बदनाम करने की धमकी भी दी।
घटना के बाद महिला ने साहस जुटाकर उसी रात महिला थाना रायगढ़ पहुंचकर पूरा मामला बताया। महिला थाना प्रभारी उप निरीक्षक दीपिका निर्मलकर ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देश पर टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की गई।जांच में पता चला कि आरोपी ने फर्जी नाम का उपयोग किया था। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और महिला के विवरण के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली। 24 घंटे के भीतर आरोपी को सक्ती थाना क्षेत्र के ग्राम चारपारा से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना असली नाम लोकनाथ पटेल पिता राम प्रसाद पटेल 30 वर्ष बताया। आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 09/2025 दर्ज करते हुए BNS की धारा 64, 115(2), 351(2) के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया और उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया। इस पूरे अभियान में उप निरीक्षक दीपिका निर्मलकर, सहायक उप निरीक्षक सरस्वती महापात्रे और हमराह स्टाफ की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से किसी भी प्रकार के प्रस्ताव, विशेषकर नौकरी, आर्थिक सहायता या संबंधों से जुड़े मामलों में सतर्कता बरतें और पूरी तरह से जांच-पड़ताल करने के बाद ही विश्वास करें।