बिलासपुर:- सेंट्रल जेल में बन्द मस्तूरी क्षेत्र के युवक की संदिग्ध मौत… परिजनों ने जेल प्रशासन पर उठाए सवाल,

बिलासपुर – सेंट्रल जेल में विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने से सनसनी फैल गई है। मृतक की पहचान मस्तूरी तहसील के बिनैका गांव निवासी कन्हैया सोनी उम्र 20 वर्ष के रूप में हुई है, जिसे दो महीने पूर्व एक मामूली मारपीट के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई, लेकिन परिजन इसे सामान्य मौत नहीं मान रहे हैं। उन्होंने जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। परिवार वालों का कहना है कि जेल भेजे जाने के बाद बीते शुक्रवार तक कन्हैया पूरी तरह स्वस्थ था और उसे किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी। ऐसे में अचानक तबीयत बिगड़ने और मौत की सूचना पर वे विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। मृतक के चाचा अशोक कुमार सोनी ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से न तो उन्हें समय पर सूचना दी गई और न ही किसी तरह की स्पष्ट जानकारी दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में कन्हैया के साथ कुछ गलत हुआ है, जिसे छिपाया जा रहा है। वहीं, मृतक के पड़ोसी ओम प्रकाश टंडन ने भी प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यदि समय रहते उचित इलाज दिया जाता, तो शायद कन्हैया की जान बचाई जा सकती थी।
परिजनों ने यह भी मांग की है कि जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज सार्वजनिक की जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कन्हैया की मौत किन हालात में हुई। परिजनों का कहना है कि अगर सब कुछ सही है, तो फिर सीसीटीवी फुटेज दिखाने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
फिलहाल, प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन परिजन इसे उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच का विषय मानते हैं। उन्होंने मामले को लेकर शासन-प्रशासन से न्याय की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला न केवल जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि विचाराधीन बंदियों के साथ जेल में कैसा व्यवहार किया जा रहा है। अब देखना होगा कि जांच के बाद क्या सच सामने आता है और मृतक के परिजनों को न्याय मिल पाता है या नहीं।