नक्सली हमले में शहीद दीपक भारद्वाज को मल्हार पुलिस ने नवोदय विद्यालय में 26 जनवरी को किया याद…बलिदान से ली गई प्रेरणा,

मल्हार – गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मल्हार पुलिस ने छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले में शहीद हुए वीर सपूत दीपक भारद्वाज को याद करते हुए नवोदय विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों, विद्यालय के शिक्षकों, छात्रों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लेकर शहीद के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। शहीद दीपक भारद्वाज छत्तीसगढ़ पुलिस के एक साहसी जवान थे, जिन्होंने नक्सली हमले का डटकर मुकाबला करते हुए अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी। उनके बलिदान को नमन करते हुए, मल्हार पुलिस ने उनके परिवार, उनके बलिदान और उनके कर्तव्यनिष्ठा को याद किया। कार्यक्रम में उनके योगदान को समाज के लिए प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रगान और दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके बाद शहीद दीपक भारद्वाज के चित्र पर मल्हार पुलिस के अधिकारियों, विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षकों और छात्रों ने पुष्पांजलि अर्पित की। पुलिस अधिकारियों ने अपने उद्बोधन में कहा, “शहीद दीपक भारद्वाज का साहस और बलिदान हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।”
कीर्ति चक्र से हुए सम्मानित…
सक्ती जिले के मालखरौदा अंतर्गत पिहरीद ग्राम के शहीद दीपक भारद्वाज अपने अदम्य साहस के लिए ‘कीर्ति चक्र’ से सम्मानित हुए है, शहीद दीपक भारद्वाज की माता परमेश्वरी भारद्वाज व पत्नी प्रान्तिका भारद्वाज ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के हाथों यह प्राप्त किया था।
नक्सली मुठभेड़ में हुए थे शहीद
बीजापुर जिले में तरेंम थाना क्षेत्र के टकला गुड़ाम नामक स्थान पर 3 अप्रैल 2021 को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान 22 जवानों को शहादत मिली थी, उनमें तात्कालिक जांजगीर चांपा वर्तमान में सक्ती जिले के पिहरीद (मालखरौदा) के रहने वाले सब इंस्पेक्टर पुलिस दीपक भारद्वाज भी शहीद हो गये थे, शहीद दीपक के माता-पिता दोनों स्कूल टीचर हैं, इसके अलावा उनके पिता राधेलाल भारद्वाज छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक भी हैं,
देशभक्ति की प्रस्तुतियां और नाटक
छात्रों ने इस अवसर पर देशभक्ति गीत, कविताएं और नाटक प्रस्तुत किए, जिसमें शहीद दीपक भारद्वाज के जीवन और उनकी वीरता को प्रदर्शित किया गया। इन प्रस्तुतियों ने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया। बच्चों ने एक लघु नाटक के माध्यम से बताया कि कैसे नक्सली हमले में दीपक भारद्वाज ने वीरता और साहस का परिचय देते हुए अपने साथियों की रक्षा की।
नवोदय विद्यालय मल्हार से की थी पढ़ाई
शहीद दीपक भारद्वाज ने नवोदय विद्यालय से पढ़ाई की थी, यही वजह है कि आज भी सभी उनकी यादों को संजोय हुए उन्हें अपने बीच समझते है। उन्हें याद करते हुए, कार्यक्रम में एक विशेष चित्रकला और निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इसमें छात्रों ने देशभक्ति और शहीदों के बलिदान को अपनी कला और लेख से व्यक्त किया।