मल्हार नगर पंचायत में सफेद हाथी साबित हो रहे करोड़ो के वाहन और मशीनें… रख रखाव के अभाव में बन रहे कबाड़,

मल्हार – करोड़ो की मशीनें व जरूरत के वाहन रख रखाव के अभाव में कबाड़ हो गया। जिसकी सुध लेने की फुर्सत ना ही अधिकारियों को है और ना ही जनप्रतिनिधियों को।
नगर पंचायत मल्हार के लोगो को विभिन्न जरूरतों की पूर्ति के लिए सरकार ने लाखो करोड़ो का बजट देकर वाहनों की खरीदी कराई थी परन्तु अब ये सभी मशीनें व गाड़िया दो कौड़ी के भी नही रह गए। इसमें कुछ महत्वपूर्ण मशीने ऐसे भी है जो नया खरीदने के बाद चालू ही नही किये गए जिसके कारण स्वतः ही पूरी तरह से खराब हो गए। कुछ मशीने तो बेवजह ही खरीदे गए थे जो यहां सफेद हांथी साबित हो रहा है। इसके अलावा स्वच्छ भारत अभियान तहत नगर को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने के लिए कचरा उठाने वाले वाहन भी कंडम हो गए साथ ही 10 से ज्यादा ई रिक्शा पूरी तरह खराब होकर मंगल भवन की शोभा बढ़ा रहे है।
वाहनों का उद्घाटन भी नही हुआ….
नगर के स्ट्रीट लाइट को सुधार करने लाखो रुपये खर्च कर लिफ्टर मशीन की खरीदी की गई थी जो अब उपयोग ही नही हो पाया है और आज तक खुले आसमान में धूप पानी की वजह से खराब हो चुके है इसी तरह नाली सफाई के लिए हाइड्रोलिक मशीन लाई गई थी जिसे अब तक काम पर नही लगाया गया है इस वजह से कबाड़ होने के कगार पर है।
रखरखाव की फुर्सत नही
वेक्यूम एम्पियर, पानी टँकी और लोडर मशीन कई वर्षों से खराब पड़ी है जिसको मरम्मत कराने की फुर्सत किसी को नही है। इन मशीनों के खराब होने से नगरवासियों को मूलभूत जरूरतों के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, समय रहते इन वाहनों व मशीनों की मरम्मत कर लिया जाता तो लाखो का नुकसान नही होता। इसी तरह अन्य महत्वपूर्ण मशीने है जो कबाड़ होने के कगार पर है।
स्वच्छ मल्हार का सपना अधूरा
स्वच्छ भारत अभियान को मूर्त रूप देने केंद्र व राज्य सरकार ने कचरा उठाने वाली बड़ी गाड़ियों के अलावा छोटा डम्फर व ई रिक्सा दिया रहा जो अब पूरी से कबाड़ हो चुका चुका जिसके चलते नगर की समुचित सफाई नही हो पा रही है। मंगल भवन के खुले मैदान में 10 से ज्यादा लाखो रुपये की ई रिक्सा कबाड़ की तरह पड़ी है इसी तरह मैनुअल रिक्सा भी सभी खराब हो चुके है जिसके चलते स्वच्छता दीदीयो को घर घर जाकर कचरा कलेक्शन करने परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दान में मिली पानी टँकी भी खराब
चार माह पूर्व ही कालिंदी इस्पात प्रबंधन ने भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए नगर के लोगो को पानी उपलब्ध कराने लाखो खर्च कर पानी टँकी दिया था जो टँकी दो माह से सिर्फ एक चक्के की पंचर होने के कारण खड़ी है अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के जिम्मेदार अधिकारीयो को आम लोगो के प्रति कितनी संजीदगी है।
“वाहनों और मशीनों की जितनी भी खरीदी हुई है वो मेरे यहाँ आने से पहले की है फिर भी जो भी खराब है उसकी मरम्मत कराएंगे और कचरा उठाने वाली मैनुअल रिक्से को सुधरवाने 50 हजार खर्च किया जाएगा, इसके अलावा कचरा प्रबंधन के लिए सिटी प्लानिंग के तहत 10 नए ई रिक्सा की मांग हमने की है।”……मनीष सिंह, सीएमओ नगर पंचायत मल्हार।