मस्तूरी क्षेत्र का शातिर चोर साथी के साथ दूसरे जिले में गिरफ्तार…. अब तक कई चोरियों को दे चुके है अंजाम,

जांजगीर-चांपा – थाना अकलतरा एवं साइबर सेल की संयुक्त टीम ने अकलतरा क्षेत्र में सुनसान घरों को निशाना बनाकर चोरी करने वाले दो शातिर चोरों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। पकड़े गए आरोपियों में एक बिलासपुर के मल्हार और दूसरा पामगढ़ क्षेत्र का निवासी है, जो पूर्व में भी कई जिलों में चोरी की वारदातों में संलिप्त रहे हैं। पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चांपा विजय कुमार पाण्डेय के निर्देशन में लगातार क्षेत्र में हो रही चोरी की घटनाओं के आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। इसी कड़ी में अकलतरा पुलिस और साइबर सेल की टीम ने आरोपी मंगलूराम केवट पिता गोपाल केवट उम्र 27 वर्ष निवासी बुढीखार चौक मल्हार थाना मस्तुरी जिला बिलासपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी मंगलूराम ने खुलासा किया कि उसकी मुलाकात ग्राम बोरसी, थाना पामगढ़ निवासी दीपक टंडन से मल्हार की शराब भट्टी में हुई थी। दोनों की दोस्ती शराब पीते समय हुई,
जिसके बाद वे मिलकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लगे। दीपक टंडन और उसके साथी पूर्व में दारू भट्टी और किराना दुकानों में चोरी के मामलों में गिरफ्तार हो चुके थे और बाद में जमानत पर रिहा हुए थे।आरोपी मंगलूराम ने यह भी स्वीकार किया कि जून 2023 में वह दीपक और अन्य के साथ मिलकर थाना सरकंडा एवं सीपत क्षेत्र में चार दुकानों में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है। इन मामलों में पकड़े जाने पर उसे जेल भेजा गया था और जनवरी 2024 में वह रिहा हुआ। रिहाई के बाद उसने बलौदाबाजार में एक जूते की दुकान में चोरी करने का प्रयास किया, जिसमें वह रंगे हाथों पकड़ा गया और दोबारा जेल चला गया। दिसंबर 2024 में जेल से छूटने के बाद वह बुढीखार लौट आया और बाद में काम की तलाश में अकलतरा में किराए के मकान में रहने लगा। मार्च 2025 में उसने अकलतरा क्षेत्र में एक ताला लगे मकान को निशाना बनाते हुए रॉड, कटर, पेचकस आदि औजारों की मदद से दरवाजे और कुंडी को तोड़कर घर में घुसा और अलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवर व नगदी की चोरी की। इस मामले में थाना अकलतरा में अपराध क्रमांक 153/25 एवं 91/25 धारा 331(4), 305(a) BNS के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।आरोपी द्वारा जुर्म स्वीकारने पर उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं दीपक टंडन को महासमुंद जिले के अन्य प्रकरणों में संलिप्त होने के कारण महासमुंद पुलिस को सुपुर्द किया गया है।
उक्त कार्रवाई में निरीक्षक मणीकांत पांडेय, सउनि राजेन्द्र सिंह क्षत्रिय, अशोक कश्यप, आरक्षक गौकरण राय, भूषण राठौर एवं जिला साइबर सेल टीम की अहम भूमिका रही।