विश्व हिंदू परिषद का 61वां स्थापना दिवस मस्तूरी-सीपत प्रखंड में मनाया गया

मस्तूरी-सीपत। विश्व हिंदू परिषद का 61वां स्थापना दिवस रविवार को प्रखंड स्तर पर गरिमामय ढंग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता धर्माचार्य श्री संतोषीनंदन महाराज जी रहे। उन्होंने सनातन धर्म के महत्व और विश्व हिंदू परिषद की स्थापना पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि 1964 में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मुंबई स्थित संदीपनी आश्रम में द्वितीय संघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर, स्वामी चिन्मयानंद सहित साधु-संतों के सानिध्य में विहिप की स्थापना हुई थी। इसका उद्देश्य विश्वभर के हिंदुओं को एक सूत्र में पिरोना, उनकी रक्षा, सेवा, सुरक्षा और संस्कारों को सर्वोपरि रखना है।महाराज जी ने बताया कि विहिप के विभिन्न अंग—बजरंग दल, मातृशक्ति और दुर्गावाहिनी समाज की सेवा और संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बजरंग दल हनुमान जी की भांति सेवा और सुरक्षा का कार्य करता है, वहीं दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति समाज में नारी शक्ति के साहस और पराक्रम का परिचायक है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सतीश पाटनवार, विहिप विभाग मंत्री राजीव शर्मा, विभाग धर्म प्रसार प्रमुख प्रमोद कश्यप, जिला उपाध्यक्ष प्रकाश त्रिवेदी, जिला मंत्री विक्रांत केशवानी, जिला सह मंत्री रिंकू शर्मा व रूपेश शुक्ला, जिला सत्संग प्रमुख संदीप पाठक, गौरव पांडे, पुलकित अग्रवाल, सुरक्षा प्रमुख राजीव शर्मा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।मस्तूरी प्रखंड अध्यक्ष रविकांत राजवाड़े, सह मंत्री रघुनंदन श्रीवास, संयोजक शुभम मिश्रा, सह संयोजक तामेश्वर साहू, मातृशक्ति संयोजिका संजू कश्यप, दुर्गावाहिनी संयोजिका आरती साहू, बालोपासना प्रमुख गजेंद्र यादव, प्रशासनिक प्रमुख करण साहू सहित 15 खंडों से विहिप, बजरंग दल, मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की।