बिलासपुर

मस्तूरी : उडांगी पंचायत में ऐसे हुआ 31 लाख 50 हजार रुपए का घोटाला…रोजगार सहायक ने किया खेल,

मस्तूरी– विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत उडांगी में एक गंभीर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को मिलने वाली श्रमिक राशि का गबन रोजगार सहायक द्वारा किया जा रहा है। शिकायत के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत 90 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। इसमें प्रत्येक हितग्राही को लगभग 21,000 रुपये की राशि मजदूरी के रूप में दी जाती है। परंतु ग्राम पंचायत उडांगी में बिना हितग्राहियों को बताए, रोजगार सहायक ने मजदूरी की राशि का भारी गबन किया है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि लगभग 150 हितग्राहियों से जुड़े हुए करीब 31 लाख 50 हजार रुपये की राशि हड़प ली गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि आवास योजना के कई हितग्राहियों की मृत्यु हो चुकी है और उनके नाम पर भी रकम निकाल ली गई, लेकिन मृतकों के परिजनों को कोई राशि प्राप्त नहीं हुई। इतना ही नहीं, जिन परिवारों को आवास योजना की मंजूरी मिली है, उनके नाम पर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा पैसे निकाल कर गबन कर लिया गया।

इस भ्रष्टाचार के कारण गरीब परिवार आवास निर्माण के लिए निर्धारित मजदूरी राशि से वंचित रह गए हैं। ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि रोजगार सहायक द्वारा गरीब हितग्राहियों की मजदूरी राशि का गबन किया जाना अत्यंत गंभीर अपराध है। यह न केवल सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि ग्रामीणों के साथ सीधे-सीधे धोखाधड़ी भी है। ग्राम पंचायत उडांगी के सभी हितग्राहियों ने सामूहिक रूप से जिला कलेक्टर से इस भ्रष्टाचार में शामिल जिम्मेदार रोजगार सहायक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा है कि यदि समय रहते जांच और कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। यह मामला प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बन चुका है और यह देखना होगा कि गरीब हितग्राहियों के हक की राशि वापस दिलाने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए जिला प्रशासन किस तरह की कार्यवाही करता है।

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