सीपत में खाद की कालाबाजारी का भंडाफोड़….निजी गोदाम से 385 बोरी यूरिया खाद जब्त,

सीपत – राज्यभर में खाद और बीज की किल्लत झेल रहे किसानों की परेशानियां और बढ़ गई हैं। इसी बीच बिलासपुर जिले के सीपत क्षेत्र से कालाबाजारी का बड़ा मामला सामने आया है। ग्राम गुड़ी स्थित साहू कृषि केंद्र संचालक पवन साहू के निजी गोदाम पर छापेमारी कर प्रशासन ने 385 बोरी खाद जब्त की है। कार्रवाई से सहकारी समितियों और निजी कारोबारियों की मिलीभगत का खुलासा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार, सेवा सहकारी समितियों के प्रबंधक और कृषि केंद्र संचालक खुलेआम खाद को बिचौलियों और किराना दुकानदारों को सप्लाई कर रहे थे। बाद में यही खाद बाजार में किसानों को तीन से चार गुना ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा था। इस अवैध धंधे से किसान बुरी तरह परेशान और ठगे जा रहे हैं। इसी क्रम में सूचना मिलने पर तहसीलदार सोनू अग्रवाल ने अधिकारियों को अलर्ट किया।
इसके बाद सहकारी विस्तार अधिकारी मस्तूरी गोधूलि वर्मा ने टीम के साथ छापेमारी की। जांच में पता चला कि ट्रक क्रमांक CG 15 AC 4022 से कुल 560 बोरी खाद गोदाम में उतारी गई थी। इनमें से 385 बोरी मौके पर मिलीं, जबकि बाकी बोरी दर्राभाठा निवासी घनश्याम साहू के घर पिकअप क्रमांक CG 10 C 9931 से भेजी जा रही थी।
अधिकारियों ने मौके पर पंचनामा तैयार कर खाद जब्त की और आगे की जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि खाद की कालाबाजारी में सहकारी समिति प्रबंधकों और निजी व्यापारियों की सांठगांठ है।
किसानों के अनुसार 266 रुपए की यूरिया खाद को 1000 रुपए से लेकर 1300 रुपए तक बेचा जा रहा है जिसके शिकार किसान हो रहे है।किसानों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण उन्हें मजबूरी में बाजार से महंगे दामों पर खाद खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी कालाबाजारी पर रोक लग सके।