नगर पंचायत मल्हार के रिहाईशी इलाके में लगाया जा रहा मोबाईल टॉवर….रेडिएशन के ख़तरे से आम जनता कर रही विरोध,
बिलासपुर – जिले के मल्हार नगर पंचायत में लगाये जा रहे मोबाईल टॉवर का विरोध किया जा रहा है, रिहाईशी ईलाके में लगाये जा रहे इस मोबाईल टॉवर के लिए सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है, वही आम जनता से सुनवाई किये बगैर नगर पंचायत द्वारा एनओसी भी प्रदान कर दिया गया है, जिससे वार्डवासी खासे आक्रोशित है। मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत में स्थित खसरा नंबर 878/7, 882/4 जो कि कृषि भूमि राजस्व अभिलेख में दर्ज है, वहाँ बिना डायवर्सन के मोबाईल टावर लगाया जा रहा है, जिसके लिए शासकीय विभागों से आंख मूंद कर अनुमति भी जारी कर दी गई है। लेकिन जब इसकी जानकारी क्षेत्रवासियों को हुई तो उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया है। क्षेत्रवासियों के अनुसार मोबाईल टॉवर से निकलने वाला रेडिएशन उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से मोबाईल टॉवर को आबादी क्षेत्र से दूर रखना ही उचित बताया, साथ ही एक परिजन के कैंसर से मौत होने की घटना को भयभीत करने वाला कारक बताया गया है जिसमें रेडिएशन भी जिम्मेदार हो सकता है। लिहाज़ा रिहाईशी ईलाके में लगाये जा रहे मोबाईल टॉवर से सभी स्वास्थ्य गत कारणों को लेकर भयभीत है जो इसका विरोध कर रहे है। क्षेत्रवासियों ने मोबाईल टॉवर वहां नही लगाने की मांग करते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है और अपनी समस्या से अवगत कराया है, फ़िलहाल जनहित के इस मुद्दे में क्षेत्रवासियों ने एक होकर मोबाईल टॉवर लगाए जाने का विरोध किया है, जो स्थानीय प्रशासन के बिना जांच पड़ताल के एनओसी दिए जाने को लेकर भी आक्रोशित है।
कृषि भूमि का व्यवसायी उपयोग…. राजस्व विभाग को नही कोई चिंता,
मामले में क्षेत्रवासियों ने इस बिंदु को भी लेकर आपत्ति दर्ज कराई की कोई अन्य नागरिक अगर कृषि भूमि पर व्यवसायीक उपयोग बिना डायवर्सन कराए करता है तो उस पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन मोबाईल टॉवर लगाने इस नियम को दर किनार कर दिया जाता है, ज्यादातर मामलों में कृषि या आबादी भूमि पर बिना मद परिवर्तन यानी डायवर्सन के टॉवर लगा दिया जाता है यह प्रशासन की कैसी दोहरी नीति है…क्योकि नियम तो सभी के लिए एक ही है।