धान खरीदी प्रक्रिया में सेंध:- अब खरीदी केंद्रों से गायब हो रही “अवैध धान”…समितियों में क्या चल रहा? कही ज्यादा तो कही मिल रही कम!

बिलासपुर – समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के दौरान उपार्जन केन्द्रों में धान व्यापारियों, कोचियों द्वारा अवैध रूप से धान खपाने संबंधी क्रिया – कलापों पर कड़ी निगरानी एवं उनके विरूद्ध कार्यवाही किये जाने के निर्देश शासन स्तर से प्राप्त हुए है । उपरोक्तानुसार निर्देशों के परिपालन में राजस्व एवं खाद्य विभाग द्वारा उप तहसील गनियारी स्थित धान उपार्जन केन्द्र टाडा की जाँच तहसीलदार द्वारा करते हुए उपार्जन केन्द्र का भौतिक सत्यापन किया गया । जॉच के दौरान केन्द्र परिसर में उपलब्ध समस्त धान की गणना की गई एवं बोरो का रैण्डम वजन किया गया । केन्द्र में भौतिक रूप से उपलब्ध धान का मिलान ऑनलाईन प्रदर्शित मात्रा से करने पर समिति में 639 बोरी धान कम पाया गया । इसी प्रकार तहसील मस्तुरी स्थित धान उपार्जन केन्द्र टिकारी की जॉच में 121 बोरी धान कम पाया गया। धान उपार्जन केन्द्र रिसदा की जाँच में 494 बोरी धान कम पाया गया। उपरोक्तानुसार कम प्राप्त धान के संबंध में पंचनामा तैयार करते हुए समिति के पदाधिकारियों के विरूद्ध प्रकरण निर्मित किया गया है।
खरीदी केंद्रों से गायब हो रही “अवैध धान”..
धान खरीदी केंद्रों में लगातार छापेमारी में बड़ी मात्रा में पहले अवैध धान जब्त किया गया, वही अब छापेमारी में धान कम मिलने लगा है, जिससे साफ है कि बड़े स्तर पर अवैध धान खेल खेला जा रहा है, किसानों के नाम पर 3100 रुपए समर्थन मूल्य की लूट कोई और कर रहा है…जिन पर कार्रवाई की आँच पहुँचती है कि नही यह आने वाले समय में साफ हो पायेगा।